श्री अब्दुल कय्यूम

उन्होंने बी.एससी. मेरुत विश्वविद्यालय से और एमबीए एवं एम.बी.ए. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से एलएलबी। इसके बाद उत्तराखंड न्यायिक सेवा के प्रथम बैच 2002 में शामिल हुए। 22-09-2003 को पहली ज्वाइनिंग मिली और काशीपुर (यूएस नगर) में न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी के रूप में शामिल हुए। 22.11.2006 को सिविल जज (जे.डी.), पुरोला (उत्तरकाशी) के रूप में नियुक्त किया गया और फिर 03.06.2008 को रानीखेत (अल्मोड़ा) में स्थानांतरित किया गया, फिर 04.07.2009 को सिविल जज (एस.डी.) के रूप में पदोन्नत किया गया और देहरादून में स्थानांतरित किया गया और उसके बाद 09-07-2019 को विकासनगर में स्थानांतरित किया गया। 18.04.2012 को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, नैनीताल के रूप में नियुक्त किये गये। 18.04.2015 को सिविल जज (एस.डी.)/सचिव, डीएलएसए, टिहरी गढ़वाल के रूप में नियुक्त हुए उसके बाद 18.04.2018 में सिविल जज (एस.डी.)/सचिव, डीएलएसए, देहरादून के रूप में स्थानांतरित हो गए। दिसंबर, 2018 में उच्च न्यायिक सेवा में पदोन्नत हुए। 07.12.2018 को खटीमा (यूएस नगर) में पारिवारिक न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। वर्ष 2020-21 में प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, रुद्रपुर, यूएस नगर के रूप में नियुक्त किया गया। 17.04.2022 को सचिव सह रजिस्ट्रार, राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण, देहरादून का पदभार ग्रहण किया। 27.07.2022 को रजिस्ट्रार, राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग, उत्तराखंड, देहरादून का कार्यभार संभाला और उनके पास सचिव सह रजिस्ट्रार, राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण, देहरादून का अतिरिक्त प्रभार है।